पत्तियों का जूस(juice of leaves)

  juice of leaves

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पत्तियों का जूस(juice of leaves)

(juice of leaves)जिसे हिंदी में “पत्तों का रस” कहा जाता है, सेहत के लिए एक अद्भुत प्राकृतिक पेय माना जाता है। यह रस विभिन्न औषधीय पौधों और हरी सब्जियों की पत्तियों से निकाला जाता है और इसमें विटामिन, खनिज, और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है। पत्तों का रस न केवल शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि कई रोगों से भी बचाने में सहायक है। आइए जानें कि पत्तों के रस के क्या-क्या लाभ हैं और इसे कैसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाया जा सकता है।
1. आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर
पत्तों के रस (juice of leaves) में विटामिन A, C, E, और K जैसे आवश्यक विटामिन होते हैं, साथ ही कैल्शियम, मैग्नीशियम, और आयरन जैसे खनिज भी इसमें मौजूद होते हैं। यह पोषक तत्व शरीर के विभिन्न कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाते हैं। पालक, पुदीना, और तुलसी की पत्तियाँ इस रस के लिए सबसे अच्छा स्रोत मानी जाती हैं।

2. शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत
पत्तों का रस (juice of leaves) एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर में मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं। मुक्त कण कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज हो जाती है और कैंसर, हृदय रोग जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। नीम और सहजन के पत्तों का रस खासतौर पर इन बीमारियों से लड़ने में सहायक माना जाता है।

3. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
नीम, तुलसी और गिलोय जैसी पत्तियों का रस (juice of leaves) प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मददगार होता है। इन पौधों में प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, और एंटिफंगल गुण होते हैं, जो शरीर को विभिन्न संक्रमणों से बचाते हैं। नियमित रूप से पत्तों का रस पीने से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और मौसमी बीमारियों से भी सुरक्षा मिलती है।

4. शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करता है
पत्तों का रस (juice of leaves)एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है, जो शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह लीवर और किडनी को भी साफ करने में सहायक होता है। गेहूं के ज्वार और धनिया के पत्तों का रस खासतौर पर शरीर से भारी धातुओं और हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होता है।

5. पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है
पत्तों का रस (juice of leaves) पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है। पुदीना और धनिया जैसे पत्तों में ऐसे तत्व होते हैं जो पेट को ठंडक पहुंचाते हैं और अपच, गैस, और सूजन जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। भोजन से पहले थोड़ा-सा पत्तों का रस पीना पाचन को बेहतर बनाता है।

6. त्वचा के लिए लाभकारी
पत्तों के रस (juice of leaves)में मौजूद विटामिन और खनिज त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा में कोलेजन का निर्माण बढ़ाते हैं, जिससे त्वचा में चमक और निखार आता है। नीम, तुलसी, और पुदीना की पत्तियों का रस त्वचा के रोगों, जैसे मुंहासे और दाग-धब्बे, को दूर करने में भी मदद करता है।

7. वजन घटाने में सहायक
पत्तों का रस (juice of leaves) वजन घटाने के लिए भी काफी फायदेमंद है। यह कैलोरी में कम और फाइबर में अधिक होता है, जिससे पेट भरा रहता है और भूख कम लगती है। सहजन, पालक और अन्य हरी पत्तियों का रस मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर शरीर की कैलोरी बर्न करने की क्षमता को भी बढ़ाता है।

घर पर पत्तों का रस बनाने की विधि
पत्तों का रस (juice of leaves) बनाना आसान और सस्ता है। यहाँ एक सरल विधि दी गई है:

ताजा पत्तियों का चयन करें: पालक, नीम, तुलसी, पुदीना या धनिया जैसी ताजा पत्तियों का उपयोग करें।
अच्छी तरह धो लें: गंदगी और कीटनाशकों को हटाने के लिए पत्तियों को अच्छी तरह धो लें।
पानी के साथ पीसें: एक कप पानी के साथ मुट्ठी भर पत्तियों को ब्लेंडर में पीस लें।
छानकर पिएं: मिश्रण को छान लें और स्वाद के लिए थोड़ा नमक या नींबू का रस मिला सकते हैं।
सावधानियाँ
पत्तों का रस पीना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, लेकिन इसे संयम में पीना आवश्यक है। नीम और गिलोय जैसे पत्तों का रस अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें। गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसे सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

निष्कर्ष
पत्तों का रस एक प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक पेय है, जो आपके दैनिक आहार में आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति कर सकता है। यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, और वजन घटाने में सहायक होता है। पत्तों का रस सेहत के लिए एक सस्ता, सरल और प्रभावी उपाय है, जिसे आप आसानी से अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं।


पत्तियों का जूस (4 व्यक्ति )
सामग्री :धनिया 50 ग्राम ,पुदीना 25 ग्राम ,पालक 100 ग्राम ,कढीपत्ता 25 ग्राम ,तुलसी पत्र 10 ग्राम,अदरक 20 ग्राम,सेंधा या काला नमक व् निम्बू या इमली का पानी स्वादानुसार। लौकी -कद्दू -टमाटर -अंगूर -खीरा कोई एक किलो ,आम पत्ता ,सीताफल पत्ता,अमरुद पत्ता,सहजन पत्ता,पीपल पत्ता,पपीता पत्ता,दुब,बेलपत्र ,पारिजात पत्ता(हरसिंगार )मूली पत्ता जो भी- मिले – कुल वजन 100 ग्राम ,100 ग्राम पानी .
विधि :उपरोक्त सभी पत्तियों व् सब्जियों को धो -काटकर (लौकी ,खीरा चख ले कड़वा न हो )मिक्सी में पानी डालकर पीसे एव छानकर जूस तैयार कर ले। पिते समय स्वादानुसार नमक या निम्बू रस या इमली का पानी मिला ले. मीठे के लिए गुड़ या शहद भी स्वादानुसार डाल सकते है।
विशेष :यह जूस फ्रिज में ठंडा करकर भी पिया जा सकता है। नमक पीते समय ही मिलाये ,पहले से ही मिलाकर न रखे। इससे जूस जल्दी ख़राब होता है। शुगर रोगी मीठा न पिए।
फायदा :प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि ,रक्त वर्धक ,रक्त शोधक ,सभी प्रकार के विटामिन व् मिनरल से परिपूर्ण ,संक्रमण की रोकथाम ,बी.पि.शुगर (डायबिटिज )रक्ताल्पता ,आंखोंकी की रोशनी ,बालो के रोग,त्वचा ,कैंसर ,दमा,श्वास रोग टी.बी.में विशेष लाभकारी।

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